कोरोना पर अमेरिका / चीन को घेरने के लिए रिपब्लिकन सांसद के ट्रम्प को 18 सुझाव- भारत से सैन्य संबंध मजबूत बनाएं, चीन से मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करें
- सांसद थॉम टिलिस का दावा है कि उनका प्लान कोरोना पर चीन को जिम्मेदार ठहराने में मददगार होगा
- अमेरिका समेत कई देशों का कहना है कि चीन की लापरवाही की वजह से कोरोना दुनियाभर में फैल गया
वॉशिंगटन. कोरोनावायरस के मुद्दे पर चीन को जिम्मेदार ठहराने के लिए अमेरिकी सांसद थॉम टिलिस ने 18 पॉइंट का प्लान तैयार किया है। उन्होंने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। इसमें दो प्रमुख सुझाव ये हैं कि चीन से मैन्युफैक्चरिंग चेन को शिफ्ट किया जाए। भारत, वियतनाम और ताइवान को रक्षा उपकरणों की बिक्री बढ़ाकर उनसे सैन्य संबंध मजबूत किए जाएं।
'चीन ने धोखा किया, इससे अमेरिका संकट में पड़ा'
टिलिस का कहना है कि चीन ने कोरोना से जुड़ी जानकारी छिपाकर धोखा किया और वैश्विक महामारी को फैलाया। इससे अमेरिका के लोग गंभीर संकट में फंस गए। चीन में वही सरकार है जिसने अपने ही लोगों को लेबर कैंप में कैद कर दिया, अमेरिका से तकनीक चुराई और सहयोगी देशों के लिए खतरा बन गया।
टिलिस ने कहा, ‘‘इस वक्त अमेरिका और बाकी स्वतंत्र देशों के लिए सतर्क होने का वक्त है। मेरे प्लान के जरिए चीन को कोरोना पर उसके झूठ के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकेगा। साथ ही अमेरिका की अर्थव्यवस्था, लोगों के स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी फायदा होगा।’’
टिलिस के प्लान में ये सुझाव भी शामिल
- इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी से अपील की जाए कि चीन से 2022 के विंटर ओलंपिक की मेजबानी छीन ले।
- जापान को उसकी मिलिट्री मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया जाए। जापान और दक्षिण कोरिया को अमेरिका से रक्षा उपकरण खरीदने का प्रस्ताव दिया जाए।
- चीन में मैन्युफैक्चरिंग कर रही अमेरिकी कंपनियों को वापस लाया जाए। सप्लाई चेन के लिए चीन पर निर्भरता धीरे-धीरे खत्म की जाए।
- चीन को हमारी तकनीक चुराने से रोका जाए। टेक्नोलॉजी में हमारी क्षमताओं को फिर से हासिल करने के लिए अमेरिकी कंपनियों को इन्सेंटिव दिया जाए। चीन से होने वाली हैकिंग को नाकाम करने के लिए साइबर सुरक्षा मजबूत की जाए।
- ऐसे इंतजाम किए जाएं कि अमेरिका की जनता के पैसे को चीन अपना कर्ज चुकाने में इस्तेमाल नहीं कर पाए।
- चीन की टेक कंपनी हुवावे पर बैन लागू किया जाए। सहयोगी देशों से भी ऐसे ही बैन लगाने के लिए कहा जाए।
- कोरोना पर चीन के झूठ से जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई की मांग की जाए, साथ ही चीन पर प्रतिबंध लगाए जाएं