घर के बजाय होटल के कमरे में समेट ली अपनी दुनिया




घर के बजाय होटल के कमरे में समेट ली अपनी दुनिया

 

शाजापुर को रोना से बचाव के लिए पुलिसकर्मी लॉक डाउन की पालना में मुस्तैद हैं शाजापुर यातायात प्रभारी सौरव शर्मा की लगभग 25 दिन से घर की बजाय होटल में ही रुके हैं जिनमें एक बार परिजनों से मिलने जाते हैं और घर के बाहर से ही देखकर लौट आते हैं माता-पिता पत्नी और दो जुड़वा भाइयों से घर के बाहर खड़े होकर चर्चा करते हैं बरामदे में भोजन कर ड्यूटी पर निकल पड़ते हैं शहर के सभी 24 पॉइंट पर पहुंच कर दो शब्दों में तैनात स्टाफ का मनोबल भी बढ़ाते हैं

 

दरवाजे के बाहर से चर्चा बरामदे में खा रहे खाना

यातायात प्रभारी श्री सौरव शर्मा के माता-पिता की उम्र लगभग 65 वर्ष से ज्यादा है उन तक संक्रमण ना पहुंचे इस डर से भी उन्हें घर के बाहर से ही देख लेते हैं 17 मार्च को दिल्ली में रहने वाली बड़ी बहन जुड़वा बेटों मन भी को और मौलिक के साथ स्कूल की छुट्टियों में आई थी बहन लौट गई लॉक डाउन से भांजे यही पर रह गए वे पहली बार मम्मी पापा से 40 दिन से दूर हैं श्री शर्मा ने बताया कि कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैला हुआ है इससे सभी जनता घर में रहकर स्वस्थ और सुरक्षित रहे कोरोना वायरस कुछ समय बाद खत्म हो जाएगा तब हम सभी पहले की भांति अपना जीवन व्यतीत करेंगे