- 65 वर्षीय महिला के ब्रेन डेड होने के बाद परिवार ने किया अंगदान


इंदौर में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 4.5 मिनट और 15 मिनट में किडनियां मरीजों तक पहुंचाई
- अंगदान के लिए बुधवार को इंदौर में 39वीं बार बनाया कॉरिडोर
इंदौर। शहर में 39वीं कैडेबर ऑर्गन डोनेशन (ब्रेन डेड मरीज के अंगदान) हुआ। 65 साल की ब्रेन डेड महिला की दोनों किडनियां और लीवर मरीज को प्रत्यारोपित किए गए। मुस्कान ग्रुप से मिली जानकारी के मुताबिक, किडनी पहुंचाने के लिए शहर में ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। 
किडनी के लिए पहला कॉरिडोर बॉम्बे हॉस्पिटल से सीएचएल अस्पताल के लिए बुधवार 11.58 बजे बनाया गया। दूसरा कॉरिडोर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर बॉम्बे हॉस्पिटल से चोइथराम अस्पताल के लिए बनाया गया। लीवर बांबे हॉस्पिटल में ही मरीज को प्रत्यारोपित किए गए।
जानकारी के मुताबिक, राजगढ़ (जिला धार) निवासी 65 वर्षीय शिरोमणि मणिलाल खजांची को 21 अक्टूबर को ब्रेन हेमरेज के कारण बांबे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि मरीज ब्रेन डेड हो चुका है। इसके बाद मंगलवार सुबह 11.20 बजे पहली बार ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन हुआ। दूसरी बार शाम 6.50 बजे ब्रेन डेथ घोषित किया गया।
मुस्कान गु्रप के संदीपन आर्य ने बताया कि पत्नी के अंगदान की सहमति मणिलाल खजांची द्वारा दी गई। इसके बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज की समिति ने वेटिंग लिस्ट के आधार पर अस्पतालों को सूचना दी। जो मरीज इसके लिए तैयार थे, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा गया। राजेंद्र माखीजा ने बताया मरीज का नेत्रदान व स्किन डोनेशन भी लिया गया।